Thursday, July 21, 2011

कब तक यु ही जुल्म सहोगे


कब तक यु ही जुल्म सहोगे
कब तक यु ही मारे जाओगे
सारा खेल खत्म हो जायेगा
आतंकवादियों का राज हो जायेगा
देश फिर से गुलाम हो जायेगा
सपने सारे बर्बाद हो जायेगा
कब तक यु ही जुल्म सहोगे
कब तक यु हु मारे जाओगे
मुंबई हो या कश्मीर
संसद हो या जंतर मंतर
नेताओ और देशद्रोहियों में
अब नहीं है कोई अंतर
कब तक यु ही जुलम सहोगे
कब तक यु ही मारे जाओगे
जनता की ताकत दिखानी पड़ेगी
अँधेरा में भी दीप जलानी पड़ेगी
सोये हुए को जगाना है अब
फिर से राम राज्य लाना है अब
भारत को फिर से सोने की चिड़िया बनाना है अब
तुम भी चलो हम भी चले
एक एक को साथ चलना है अब
कब तक यु ही जुल्म सहोगे
कब तक यु ही मारे जाओगे
........रवि तिवारी......

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